अगर आप घर में ही बगीचा / गार्डेन बनाना चाहतें हैं तो यहां आपको कुछ बहुत ही आसान तरीके लिखे गये है जिससे आप बहुत ही छोटी जगह पर बागबानी कर सकते हैं । कुछ लोगों को बागवानी का बेहद शौक होता है। वे अपने घर के हर कोने को हरा-भरा देखना पसंद करते हैं। पेड़-पौधों की देखभाल उनकी दिनचर्या का अहम हिस्सा होता है। शहरों के घरों में इस शौक को पूरा करने के लिए न तो पर्याप्त जगह होती है और न समय, ऐसे में पौधों को खास देखभाल की जरूरत होती है। इसको लेकर एक्सपर्ट्स से बात करके कुछ उपयोगी जानकरी आपके लिए।
जादातर शहर के घरों में स्पेस की समस्या होती है, जो आप के साथ भी हो सकती इसलिए आप ऐसी जगह पौधे रखे हैं, जहां उन्हें हवा और धूप सही मात्रा में मिले। ज्यादा गर्मी या ज्यादा सर्दी वाली जगह पौधे नहीं रखने चाहिए। घर की जगह को देखते हुए आप छोटे पौधे चुने । अगर घर बहुत छोटा है तो बोनसाई भी लगा सकते हैं। इससे आप का शौक भी पूरा होगा । आप बागबानी उसी जगह पर करें जहाँ पर 5 से 6 घंटे सूर्य की रौशनी आये। आप उस जगह पर बागबानी बिल्कुल ना करें जहाँ तेज हवाएं आती हो क्योंकि इससे आपके पौधों को भी नुकसान हो सकता हैं। गर्मियों में पौधों को सुबह-शाम दोनों समय पानी दें तथा गमले में अतिरिक्त पानी निकलने की उचित व्यवस्था जरूर करें ताकि पौधा सड़े नहीं।
यदि सम्भव हो तो पौधों में केमिकल की जगह गोबर की खाद डालनी चाहिए तथा हर 10-15 दिन में पौधों की निराई- गुड़ाई करना चाहिए । गार्डन साफ रखना भी जरूरी है। घास-फूस से इसका लुक खराब होता हैं। पौधों के लिए ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि यह मिट्टी की फर्टीलिटी बढ़ाती है। नीम के पत्तों को पानी में डालकर एक बोतल में रखें और फिर एक-दो दिन बाद उस पानी को हजारे में भरकर पौधों पर डालें। इससे पौधों में कीट नहीं लगेंगे।
पौधों के लिये हमेशा वो मिट्टी अच्छी होतीं है जिसमे सारे पोषकतत्व हो। आप सबसे पहले ये देखे की मिट्टी कैसी है , यह आसानी से फावड़ा और आपके हाथों से उखड़ जाना चाहिए। अगर आपकी मिट्टी कड़ी होगी और आपकी चिकनी मिट्टी होगी तो ये आपके पौधों के जड़ को बढ़ने में परेशानी पैदा करेगी । अगर आपके पास पथरीली मिट्टी है तो सबसे पहले मिट्टी को अच्छी तरह से फोड़ कर उसमें से पत्थर निकाल ले। आप मिट्टी के गुणवत्ता को बढाने के लिए आप इसमें चायपत्ती , सब्जियों के छिलके आदि डाल सकते हैं ।
आपको बागवानी करने के लिए कुछ औज़ारों की आवश्यकता पड़ेगी। जो इस प्रकार है –
- सबसे पहले आपको ऐसे औजार की आवश्यकता होगी जिससे आप मिट्टी खोद सके अपने पौधों को रोपने के लिये। आपको एक कुदाल , एक ट्रॉवेल और एक बगीचे के कांटे की आवश्यकता होगी। आप कुदाल और ट्रॉवेल का इस्तेमाल पौधों को रोपने के लिए मिट्टी में गढढा करने में किया जायेगा। जबकि बगीचे के कांटे का इस्तेमाल मिट्टी के बड़े गुच्छे को तोड़ने के लिए तथा पुराने पौधों और खरपतवारों के जड़ों को निकालने के लिए कर सकते हैं।
- अपने बगीचे को उदारतापूर्वक पानी देने के लिए सबसे अच्छा औज़ार बाग की नली ( पाइप ) और एक पानी के लिए हाजरा हो सकते हैं। बाग की नली ( पाइप ) बड़े पेड़ में पानी डालने के लिए सही हैं। लेकिन छोटे पौधों में पानी डालने के लिए एक पानी का हाजरा बिल्कुल सही होगा। अगर आप पानी सीधा पौधों पर डालेगें तो इससे छोटे पौधों को नुकसान हो सकता हैं। जब आप इन औजारों का इस्तेमाल करेंगे तो इससे पानी का प्रेशर सीधा पौधों पर नही पड़ेगा क्योंकि इससे पानी छिड़काव की तरह जायेगा।
- खरपतवार की समस्या से निपटने और अवांछित पौधों से छुटकारा पाने के लिए आपको एक कांटेदार ट्रॉवेल और एक बागबानी चाकू की आवश्यकता होगी। ये दो आसान औजार आपको हमलावार पौधों को दूर रखने में मदद करेंगे।
- एक सबसे महत्वपूर्ण औज़ार जो हर उस इंसान को रखना चाहिए जो बागवानी करते है और वो औजार है कैंची या कटर । ये आपके पौधों को स्वस्थ रखने में मदद करेगा क्योंकि आप इससे से उन पौधों को काट सकते हो जिन पौधों की सखाएँ मर गई हैं।
पौधों का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण काम हैं। क्योंकि कुछ पौधों ऐसे होते है जो सूर्य के रौशनी में उगते है परंतु कुछ पौधों ऐसे होते है जो छाँव में उगते हैं। एक बात का ध्यान रखें की आपके क्षेत्र में जिस प्रकार के पौधे होते हैं उस प्रकार के पौधों की ही बागवानी करें। फुलो के बीज से बागवानी करना आपका ज्यादा समय ले सकता है इसके साथ ही फुलो के बीज से बागवानी करना एक कठिन कार्य है इसलिए आप के लिए बेहतर होगा कि आप बागवानी पौधों से शुरु करे । अगर आप पहली बार बागवानी कर रहें है तो आप शुरुआत में सब्जियां लगा सकते जैसे कि टमाटर , मूली , मिर्ची आदि। एक बार जब आपको पौधें लगाना आ जाये तो इसके बाद आप बंदगोभी और ब्रोक्कोली भी लगा सकते हैं। लेकिन इसमें आपको ज्यादा देखभाल करने की आवश्यकता होगी।
घर में किस तरह के पौधे उगाए जाने चाहिए?
शास्त्रों के अनुसार ये पौधे हर घर में होने चाहिए-
1.तुलसी का पौधा- सबसे पहले शुरुआत तुलसी के पौधे से करते हैं, जो हर दूसरे भारतीय के घर में आपको मिल जाएगा। हिंदूू धर्म में इसे एक तरह से लक्ष्मी का दूसरा रूप माना गया है। सेहत के लिहाज से भी इसमें अद्भुत औषधीय गुण हैं। साथ ही तुलसी के पौधे के बारे में यह भी कहा जाता है कि यह घर में विपत्ति को आने से रोकता है और जिनको नहीं रोक पाता उसके संकेत देता है। तुलसी का पौधा घर में उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। यह घर से निगेटिव एनर्जी को दूर रखता है। वहीं यह अपने चारों ओर 50 मीटर तक का वातावरण भी शुद्ध रखता है। मगर गलती से भी तुलसी के पौधे को दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि फिर यह आपको फायदे की जगह काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
2. बांस का पेड़- वास्तु में बांस के पेड़ को लेकर ऐसी मान्यताएं हैं कि इसे लगाने से आपकी तरक्की होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। वहीं घर की निगेटिव एनर्जी भी दूर होती है। बांस के पेड़ के बारे में कहा जाता है कि यह हर वातारण में तमाम मुश्किलों के बाद भी तेजी से बढ़ता है। इसलिए इसे उन्नति, दीर्घ आयु और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। वहीं हिंदू धर्म के अनुसार भी बांस का घर में होना बेहद शुभ है। भगवान श्री कृष्ण हमेशा अपने पास बांस की बनी बांसुरी रखते थे। सभी शुभ अवसरों जैसे मुंडन, जनेउ व शादी आदि में बांस का जरूर उपयोग किया जाता है।
3. श्वेतार्क – इसे गणपति का पौधा मानते हैं और यह दूध वाला होता है। अब वैसे तो वास्तु के हिसाब से ऐसे पौधों का घर के भीतर होना अशुभ होता है,मगर श्वेतार्क इस मामले में अपवाद है। ऐसी भी मान्यता है कि जिसके घर के समीप यह पौधा फलता-फुलता है वहां हमेशा बरकत बनी रहती है।
4. अनार – अनार भी एक गुणकारी पौधा है। वास्तु के अनुसार, यह ग्रह दोष को दूर करने और व्यक्ति को समृद्धि बनाने वाला है। घर में अनार का पेड़ होने से ग्रह दोषों से बचा जा सकता है।
5. बेल पत्र- यह तो हम सब जानते ही है कि बेल पत्र का पौधा भगवान शिव को बेहद पसंद है, ऐसा कहा जाता है कि इस पर स्वयं भगवान शिव का वास होता है। जहां यह पौधा होता है, वहां पीढ़ी दर पीढ़ी लक्ष्मी जी का वास भी होता है।
6. मनी प्लांट का पौधा- जैसा कि नाम से ही जाहिर है मनी प्लांट यानि धन का पौधा। यह पौधा जितना हरा होता है घर में धन का आगमन उसी तेजी से होता है। इसके पत्तों का मुरझाना या सफेद हो जाना अशुभ माना जाता है।ज्योतिष के अनुसार मनी प्लांट शुक्र ग्रह का कारक है।
7. ग्वारपाठा- ग्वारपाठा (Aloevera) का पौधा घर पर जरुर लगाना चाहिए क्यूंकि आजकल हर सामान में (चाहे खाने पीने का हो या सौन्दर्यकरण का) ग्वारपाठा पाया जाता है |इसमें काफी मिनरल्स व विटामिन्स पाए जाते है, इसका जेल बालों के लिए बहुत ही उपयोगी है यह वातावरण के लिए भी बहुत सही है |
8. गेंदा- इसका पौधा हवा में मौजूद प्रदूषण को भी कम करता है तथा इसमें ऐंटीबायोटिक गुण भी मौजूद होते है |
9. कढ़ी पत्ता – यह हवा को शुद्ध बनाए रखने के साथ साथ खाने में भी स्वाद को बढ़ाता है, रक्त को भी प्यूरीफाई करता है, मोटापा कम करता है, डाइजेशन को भी ठीक करता है |